Rishwat Mahadevi Ki Jai


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Rishwat Mahadevi Ki Jai!


Rishwat Mahadevi Ki Jai!

Author: Yashwant Kothari

language: hi

Publisher: Prabhat Prakashan

Release Date: 2020-01-01


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हे सर्वव्यापिनी, सर्वशक्तिमान माँ रिश्वत, आपकी जय हो। विजय हो। आप अजेय हैं, आप धन्य हैं। इस हरी-भरी वसुंधरा पर सर्वत्र आपका ही साम्राज्य है। क्या घर, क्या ऑफिस, क्या सचिवालय और क्या उद्योग-धंधे, हर तरफ आपकी ही बहार है। इस हवा से कौन बच सकता है। आप कल भी थीं, आज भी हैं और कल भी रहेंगी। अंग्रेजों के जमाने में आप‘ ‘डाली’ के नाम से मशहूर थीं, फिर दस्तूर हुईं, चंदा हुईं, कुमकुम, काजल हुईं और अब तो आप सर्वमान्य माँ भवानी हुई जा रही हैं। मायारूपी रूपसी आप तो साक्षात् नवदुर्गा हैं। कुरसी तो आपकी अनुजा हैं, हे कलियुगी भवानी! आपको सहस्रों प्रणाम! है कोई इस वीर महि पर जो आपके प्रभाव को नकार सके। चाँदी के जूते के सामने मुँह खोल सके। आपके एक रुपए में सवा रुपए की शक्ति है। आपको चढ़ाया प्रसाद पाने को मंत्री, संत्री, अफसर, चमचे, चपरासी सब तरसते हैं। आप काली हों या सफेद, गुणवाली हैं। आप सचमुच महान् हैं। —इसी संग्रह से गरीबी, भूख, मध्यम वर्ग, रिश्वत, समाज, चमचावाद, कविकर्म, भ्रष्टाचार, आम आदमी की परेशानियों को इन व्यंग्यों में प्रमुखता से उठाया गया है। मानवीय त्रासदियों को उकेरा गया है; दुष्कर्म पर विचार किया गया है; साहित्यिक व्यंग्य भी हैं; कला संस्कृति को भी व्यंग्य का विषय बनाया है। इस संग्रह में राजनैतिक व्यंग्य भी हैं, जो आज के राजधर्म को परिभाषित करते हैं। कुल मिलाकर यह एक पठनीय और संग्रहणीय व्यंग्य-संकलन है, जो आज के समाज की विसंगतियाँ और विद्रूपताओं पर तीक्ष्ण प्रहार करता है।

Sahitya Amrit Dec 2020


Sahitya Amrit Dec 2020

Author: Team Prabhat

language: hi

Publisher: Prabhat Prakashan

Release Date: 2021-01-19


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साहित्यिक पत्रिकाओं में साहित्य अमृत का नाम अब सर्वोपरि है। प्रसिद्ध विद्वान् तथा साहित्यकार स्व. पं. विद्यानिवास मिश्र के संपादकत्व में प्रारंभ हुई साहित्य अमृत पिछले पंद्रह वर्षों से यह नियमित रूप से पाठकों को श्रेष्ठ एवं सृजनात्मक साहित्य उपलब्ध करा रही है। सुप्रसिद्ध विधिवेत्ता एवं साहित्य-कलाप्रेमी डॉ. लक्ष्मीमल्ल सिंघवी भी दो वर्ष इसके प्रधान संपादक रहे। वर्तमान में कर्नाटक के पूर्व राज्यपाल तथा साहित्य-प्रेमी श्री त्रिलोकी नाथ चतुर्वेदी इसके प्रधान संपादक हैं।

Mahadevi


Mahadevi

Author: Doodhnath Singh

language: hi

Publisher: Rajkamal Prakashan

Release Date: 2009-01-01


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On the life and works of Mahādevī Varmā, 1907-1987, Hindi poetess.